महादेवी वर्मा उत्कृष्ट रचना गांव पुराना ठाँव आकाश पाँव "कुछ न होने जैसे इस होने पर तरंगित होना चाहता हूँ" न रुकेंगे झुकेंगे इस विराने में

Hindi बाँधो न नाव इस ठाँव Poems